वो अपने

hgh

जो अपने कभी मेरे बहुत करीब थे
आज वही मेरे बुरे वक्त के दर्पण में
अपना वो वास्तविक अक्स छोड़ गए
जो मेरी कल्पना से भी परे था !

आज जब मुझे उन अपनों के
सच्चे स्नेह व सांत्वना के चन्द
शब्दों की जरूरत थी
तब उनका दामन इस तरह
सिमट गया कि वे
परायों से भी ज्यादा पराये हो गए !

लेकिन कुछ अपने ऐसे अब भी हैं
जिनके स्नेह की छाँव में
क्षणांश के लिए ही सही
मैं सुकून के कुछ
पल बिता लेती हूँ !

लेखिका –
श्री देवयानी
(इस कविता पर “स्वयं बनें गोपाल” समूह की निजी टिप्पणी- श्री देवयानी जी के द्वारा लिखी हुई इस मार्मिक कविता का आशय आज के इस युग में सही चरितार्थ है जब अक्सर देखने को मिलता है कि आपसे रिश्ता निभाने वाले कुछ अपनों का प्रेम अचानक से तब कम होने लगता है जब उन्हें आप से कोई और सहयोग मिलने की संभावना ख़त्म हो जाती है और तब ही उनका असली चेहरा भी उजागर होने लगता है, खैर इस कलियुग की यही मूल निशानी है ! लेकिन महान वही है जो स्वार्थियों के स्वार्थी स्वभाव से चोटिल होने के बावजूद भी अपना परमार्थी स्वभाव ना छोड़ें ! श्री देवयानी की अन्य रचनाओं को पढने के लिए कृपया नीचे दिए गए लिंक्स पर क्लिक करें)-

न हम कुछ कर सके, न तुम कुछ कर सके

सिर्फ अपनी ख़ुशी की तलाश बर्बाद कर रही है अपने अंश की ख़ुशी

एक कठोर अनुशासक ऐसा भी

एक माँ – पुत्र के विछोह की असीम पीड़ायुक्त संवाद

अनजाना कर्ज

माँ

सर्वे से पता चली ऐसी सीधी वजह, जिसे मानते बहुत लोग हैं, पर स्वीकारते कम लोग हैं

कृपया हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे यूट्यूब चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे ट्विटर पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे ऐप (App) को इंस्टाल करने के लिए यहाँ क्लिक करें


डिस्क्लेमर (अस्वीकरण से संबन्धित आवश्यक सूचना)- विभिन्न स्रोतों व अनुभवों से प्राप्त यथासम्भव सही व उपयोगी जानकारियों के आधार पर लिखे गए विभिन्न लेखकों/एक्सपर्ट्स के निजी विचार ही “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि पर विभिन्न लेखों/कहानियों/कविताओं/पोस्ट्स/विडियोज़ आदि के तौर पर प्रकाशित हैं, लेकिन “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट, इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, दी गयी किसी भी तरह की जानकारी की सत्यता, प्रमाणिकता व उपयोगिता का किसी भी प्रकार से दावा, पुष्टि व समर्थन नहीं करतें हैं, इसलिए कृपया इन जानकारियों को किसी भी तरह से प्रयोग में लाने से पहले, प्रत्यक्ष रूप से मिलकर, उन सम्बन्धित जानकारियों के दूसरे एक्सपर्ट्स से भी परामर्श अवश्य ले लें, क्योंकि हर मानव की शारीरिक सरंचना व परिस्थितियां अलग - अलग हो सकतीं हैं ! अतः किसी को भी, “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और इससे जुड़े हुए किसी भी लेखक/एक्सपर्ट के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, प्राप्त हुई किसी भी प्रकार की जानकारी को प्रयोग में लाने से हुई, किसी भी तरह की हानि व समस्या के लिए “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट जिम्मेदार नहीं होंगे ! धन्यवाद !