“स्वयं बनें गोपाल” समूह से अक्सर कई आस्तिक पाठक भी अपने मन में उठने वाली इस सामान्य शंका के बारें में पूछतें रहतें हैं कि उन्हें योग की भक्ति शाखा यानी भगवान की पूजा...
कभी कभी बड़े से बड़े भक्तों के मन में भी प्रश्न आता है कि, क्या लगातार ईश्वर को देखने से उबन (बोरियत) नहीं होगी ? और अगर बोरियत होगी तो फिर कोई आदमी क्यों...
यह सत्य घटना महाभारत काल की है जब कुरुक्षेत्र में एक भव्य उत्सव का आयोजन चल रहा था ! भगवान श्री कृष्ण भी द्वारिकावासियों के साथ मेले में आए हुए थे ! देवर्षि नारद...
वास्तव में ब्रह्मर्षि वेदव्यास भगवान श्री कृष्ण के चरित्र के हर आयाम से बहुत इम्प्रेस (प्रभावित) थे इसलिए उन्होंने श्री कृष्ण पर बहुत रिसर्च किया था और उस रिसर्च से मिलने वाले रिजल्ट्स के...
शिवपुराण में यह वर्णन पाया जाता है कि महाराज शतानीक को दानी होने पर भी नरक-यातना भोगनी पड़ी थी। इसमें सन्देह नहीं कि महाराज शतानीक महादानी थे, किन्तु उनके बाद जब उनका पुत्र सिंहासन पर...
श्रावस्ती नगरी में कृशागौतमी नाम की एक कन्या रहती थी। गौतमी उसका असली नाम था। काम करते-करते वह जल्दी थक जाती थी, अतएव लोग उसे कृशागौतमी के नाम से पुकारते थे। गौतमी ने जवानी...
शास्त्र वर्णित कथानुसार एक बार अनेक ऋषि-मुनि बैठकर आत्मा और ब्रह्म के विषय में विचार-विमर्श करने लगे। बहुत विचार करने पर भी जब वे सहमत न हो पाये तब उन्होंने सोचा-क्यों न इसके समाधान...
महाभारत का युद्ध जीतने के बाद धर्मराज युधिष्ठिर ने निष्कण्टक राज्य किया। अश्वमेध-सहित अनेक बृहद् यज्ञों का अनुष्ठान भी किया। संन्यास लेने का समय आया तो उन्होंने अपना सब राजपाट परीक्षित को सौंप दिया...
ताकत की चरम सीमा और खतरनाक इतनी की दुष्टों को देखते ही ह्रदय आघात हो जाय, ऐसी माँ चंडिका के चरणों में बारम्बार हाथ जोड़ कर विनती है कि हमारे भी सभी भय का...
नागराज वासुकी प्रसन्न होकर अभय प्रदान करते हैं उनको, जो श्रावण पंचमी के दिन नागों की पूजा करते है । नाग पंचमी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन माह...
पूरी दुनिया में जहा भी जिसका भी पेट भर रहा है, वो सिर्फ और सिर्फ श्री भगवान नारायण की कृपा से ही हो रहा है | इन्ही को भगवान विष्णु, नरसिंह और पद्मनाभ कहते है...
कीचक के वध की सूचना आँधी की तरह फैल गई। वास्तव में कीचक बड़ा पराक्रमी था और उससे त्रिगर्त के राजा सुशर्मा तथा हस्तिनापुर के कौरव आदि डरते थे। कीचक की मृत्यु हो जाने...
जब यमराज सत्यवान (सावित्री के पति) के प्राणों को अपने पाश में बाँध ले चले, तब सावित्री भी उनके पीछे-पीछे चलने लगी। उसे अपने पीछे आते देखकर यमराज ने उसे वापस लौट जाने के...