Category: अदभुत जानकारियाँ

क्या आलू में नर का अंश व मूंगफली में स्वयं नारायण का अंश हैं ?

जब किसी के पास अपार ताकत आ जाती है तो उसकी बाहें फड़कने लगती हैं कुछ ऐसा कर गुजरने के लिए जैसा आज तक किसी ने ना किया हो ! यही हाल हुआ परम...

उधार के मगरमच्छ

(नोट – आज के इस अनिश्चित युग में कभी भी किसी के साथ कुछ भी अनहोनी अचानक से हो सकती है इसलिए उधार की जरूरत तो किसी को भी पड़ सकती है लेकिन इसका...

आँखों की रोशनी तेज करने का बेहद आसान उपाय

अगर आँखों में कोई बड़ा रोग ना लगा हो तो इस उपाय को करने से 1 महीने में ही स्पष्ट फायदा दिखने लगता है ! इसे नियमित करने से आँखों की रोशनी धीरे धीरे...

सर्वे से पता चली ऐसी सीधी वजह, जिसे मानते बहुत लोग हैं, पर स्वीकारते कम लोग हैं

मुझे शून्य में विलीन करती रही (नोट – सम्बंधित आर्टिकल इस कविता के नीचे उद्धृत है) वर्षा की गिरती हुई बूंदों सी पतझड़ की झरती हुई कलियों सी माँ मै जाने कितनी बार तुम्हारी...

वर्किंग कपल्स, क्यों रोज होते झगड़े ?

रिश्तों सम्बन्धों से जुड़ी कई समस्याओं में से एक विकट समस्या है पति पत्नी के बीच होते रोज के झगड़े, खासकर वर्किंग कपल्स में ! आखिर ऐसा हो क्या गया हमारे भारत वर्ष को,...

क्या चाय के प्राचीन लुप्त हो चुके फार्मूले में चिर यौवन के गुण मौजूद थे ?

किसी भी विद्वान डॉक्टर से पूछिए तो वो यही बतायेगा कि चाय, कॉफ़ी आदि जैसे सभी पेय पदार्थ नुकसान दायक हैं इसलिए इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और अगर इनकी आदत पड़ गयी हो...

अगर आडम्बरपूर्ण भक्ति से मन भर गया हो तो देवी की आवाज सुनने की कोशिश करनी चाहिए

“आँख के अंधे, नाम नयन सुख” यही हाल है उन अधिकांश लोगों का जो सच्ची भक्ति की जगह आडम्बर के माया जाल में ही भटक कर रह जाते हैं ! अभी नवरात्रि (Navratri) शुरू...

लाइलाज बीमारियाँ पैदा कर देगा ये मांस, मछली, अंडा

दुनिया का कौन सा ऐसा विटामिन, प्रोटीन, न्यूट्रीशन या पोषक तत्व है जो शाकाहार से नहीं मिल सकता ! मतलब शरीर को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए जितने भी तरह के पोषक तत्व...

बीमारी या मौत का डर, मोह भंग करता है चमक दमक आधुनिकता से

जीवन में कम से कम एक बार तो सभी को मौका मिलता है उसको उसकी रेग्युलर लाइफ की तुलना में ज्यादा चमक दमक की जिन्दगी जीने का ! अगर आदमी उस चमक दमक की...

हर तरह का सुप्रियारिटी काम्प्लेक्स सिर्फ तरक्की में बाधक

आगे बढ़ने के लिए हीन भावना या भय की भावना का भी थोड़ा बहुत होना जरूरी होता है क्योंकि ज्यादातर स्थितियों में हीन या भय की भावना की बेचैनी ही मानव के आलस्य के स्वभाव...

बाप धृतराष्ट्र तो सन्तान कैसे ना हो दुर्योधन

संसार में भांति भांति के स्वभाव वाले लोग मिल जाते हैं उन्हीं में से कई लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी सन्तानों से इतना अधिक प्यार करते हैं की उन्हें अपने सन्तान के...

भगवान् राम से लेकर श्री कृष्ण तक सभी ने सिर्फ सूखे पेड़ का इस्तेमाल किया

कोई आदमी, हमेशा दूसरों की भलाई में लगे रहने वाले परम परोपकारी और अति सज्जन अपने बेटे की हत्या करे और बेशर्मी की हद करके उस मरे बेटे की लाश को बेच भी दे तो...

परवरिश में खोट, तो सन्तान, बेटा से पहले पति

अपनी जानकारी में माँ बाप बड़ी मेहनत से संतान नाम के पौधे को बचपन से सींचते हैं कि यही पौधा बड़ा होकर, हम बूढों को हमारी अशक्त अवस्था में, फल देगा, पर माँ बाप...

जरूरत से कम खाना मतलब असमय बुढ़ापा

कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने शरीर को स्लिम ट्रिम (दुबला पतला या छरहरा) रखने के लिए स्ट्रिक्ट डाइटिंग (खाने का परहेज) करते हैं ! ऐसे लोगों को अपना फिगर मेन्टेन्ड रखने...

अब जो तम्बाखू खायेगा, कैंसर होना तय हैं

प्रकृति जो महामाया का ही आंशिक प्रत्यक्ष रूप है वो कुछ नए नियम, समय काल परिस्थिति के हिसाब से बनाती रहती है और उन नियमों की जानकारियां, ईश्वर के विशिष्ट कृपा प्राप्त साधू, सन्तों,...

बिना मेहनत के बैठ कर खाने वाला पागल हो सकता है

जिन्दा आदमी का मन कभी भी काम करना नहीं छोड़ता चाहे आदमी सोये या जागे ! मन को सही से नहीं सम्भाला जाय तो मन आत्मघाती भी हो सकता है ! इसलिए हमारे शास्त्रों...