राक्षसी भूख है मोटापा घटाने में सबसे बड़ी दुश्मन

Big woman eating fast food and watching TV. Isolated.यहाँ हम आपको तरीका बता रहे हैं भूख प्यास पर विजय (appetite, thirst) प्राप्त करने की !

इस तरह के आश्चर्य जनक, रहस्मय और वेरी साइंटीफिक (mysterious astonishing scientific treatment) नुस्खे आपको परम आदरणीय हिन्दू धर्म के विभिन्न ग्रंथों में लाखों की संख्या में मिल जायेंगे और मजे की बात यह है कि भारत के इन यौगिक और आयुर्वेदिक नुस्खों पर भारत को छोड़ पूरे विश्व में बम्पर पैमाने पर चुपके चुपके रिसर्च हो रहा है और इतना ही नहीं इन नुस्खों को पेटेंट कराने की भी होड़ मची है !

इसलिए हम सभी भारत वासियों का ये अति आवश्यक राष्ट्र धर्म है कि विदेशी देशों की इस साजिश का पुर जोर विरोध करें और अपने ज्ञान का अधिक से अधिक संवर्धन करें !

भूख प्यास पर विजय प्राप्त करने का सबसे सुरक्षित और प्रभावी उपाय है सीत्कारी प्राणायाम (sitkari pranayama) !

इस प्राणायाम को अगर 15 मिनट से आधा घंटा रोज किया जाय तो अनावश्यक बढ़ी भूख घटकर एक सामान्य आदमी की भूख में बदल जाती है !

और अगर इस प्राणायाम को रोज कोई 3 घंटे से ज्यादा करे तो वो कुछ वर्षों में भूख प्यास पर पूरी तरह से विजय प्राप्त कर सकता है मतलब वो बिना भूख प्यास महसूस किये एकदम स्वस्थ रूप से सैकड़ो दिन रह सकता है !

भूख प्यास के कण्ट्रोल के अलावा और भी कई चमत्कारी लाभ मिलते है इस प्राणायाम का नियमित कई दिन तक अभ्यास करने पर !

1sheetali-pranyamaइस प्राणायाम को करना भी आसान है ! इसमें करना ये होता है की पहले दोनों नाक के छेदों से खूब सांस खीच लें फिर तुरन्त फेफड़ों की अन्दर की सारी हवा नाक से बाहर निकाल कर फिर जीभ को गोल नली (पाइप) की तरह मोड़ कर उससे धीरे धीरे सांस मुंह से खिचिये ! जीभ से होते हुए सांस खीचने में अगर आपको 1 मिनट लगे तो आप 30 सेकंड तक सांस अन्दर रोके रखिये और फिर 15 सेकंड में उस सांस को नाक के द्वारा बाहर निकाल दीजिये !

बस यही करना होता है इस प्राणायाम में ! धीरे धीरे अपनी जीभ के माध्यम से सांस खीचने का समय बढ़ाते जाईये और खीचने के समय के हिसाब से सांस अन्दर रोकने का और सांस बाहर निकालने का समय भी बढ़ाते जाईये |

देखने में तो ये साधारण काम लगता है पर इसके फायदे हैं बहुत गंभीर !

कोई भी आदमी इस प्राणायाम का कुछ ही दिन अभ्यास करके फायदा देख सकता है !

अगर आप पहले से कोई और प्राणायाम भी कर रहे हों तो इस प्राणायाम को सबसे आखिरी में करें |

नोट – चाहे व्यक्ति डायबिटीज (diabetes) का मरीज हो या अन्य किसी भी गम्भीर बीमारी का, वो बिना किसी दिक्कत के आराम से इस प्राणायाम (sitkari pranayam) को जरूर कर सकता है |

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