श्री कृष्ण ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए अपने भगवान होने तक की मर्यादा तोड़ दी

download (1)किसी भी हद तक जा सकते है कृष्ण अपने भक्त की रक्षा करने के लिए !

इतिहास गवाह है की एक नहीं हजारों बार ऐसा हुआ है की श्री कृष्ण ने अपने भक्तों की रक्षा के लिए अपने भगवान होने तक की मर्यादा तोड़ दी !

झूठ बोला, अपनी कसम भी तोड़ दी, मरे हुए को जिन्दा करने के लिए यमराज के घर में घुसकर यमराज को धमका कर जबरदस्ती प्राण वापस ले लिया, झूठे कलंक अपमान झेले और कितनी चर्चा की जाय की, यहाँ तक की उन्होंने जिस भक्त की रक्षा की उसी भक्त के मुह से अपशब्द भी सुने वो भी हसते हसते !

ये श्री कृष्ण दया के सागर हैं पर जब बात आती है अपने भक्त के ऊपर संकट की तो ये उसी तरह हिंसक हो जाते हैं जैसे माँ के सामने उसके बेटे पर कोई हमला करता है !

नारद पुराण में श्री कृष्ण का एक नाम “क्रूर” उल्लेखित है जिसका मतलब है की प्रेम के अवतार श्री कृष्ण जब दुष्टों को दंड देने पर उतारू हो जाते हैं तो उनसे बड़ा हिंसक, निर्दयी और पत्थर दिल कोई नहीं होता है !

5 साल के मासूम बच्चे प्रह्लाद पर दुष्ट हिरण्यकश्यपू का अत्याचार देखकर सुन्दर श्री कृष्ण जो महा भयंकर, महा उग्र सिंह में बदल गए की पूरा ब्रह्माण्ड डर से थर थर कांपने लगा और हिरण्यकश्यपू को चीरने फाड़ने के बाद भी उनका गुस्सा शांत ना हुआ तो स्वयं भगवान शिव को आना पड़ा उनको शांत करने के लिए !

कृष्ण शरण में गया भक्त, पूरे विश्व में निर्भय और निश्चिन्त होकर वैसे ही घूमता है जैसे शेर जंगल में घूमता है !

श्री कृष्ण का सदाचारी भक्त पूरी दुनिया में अपराजित है ! उसे कोई भी गलत शक्ति कहीं भी हरा ही नहीं सकती !

इस संसार के युद्ध में जय उसी की है जिसके साथ खड़े है महाबाहु, महाबली, भीषण पराक्रमी, महाभयंकर योद्धा श्री कृष्ण !

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