ऐसी अच्छाई किस काम की जो आदमी को डरपोक बना दे

kj

देश की परिस्थितियां दिन पर दिन कठिन होती जा रहीं है और सज्जन लोग दूर बैठ कर तमाशा देख रहे हैं या किसी ईश्वरीय चमत्कारी सहायता की उम्मीद कर रहे हैं ! यूँ तो भयंकर आन्तरिक और बाह्य विरोधों को झेलते हुए भी मोदी जी भरसक कोशिश कर रहे हैं की देश में फिर से सुन्दर राज लाया जा सके पर उनका ये प्रयास तभी सौ प्रतिशत सफल हो पायेगा जब उन्हें आम जन मानस का भी हर कदम पर साथ मिले !

अगर हम कुछ नहीं कर सकते तो कम से कम गलत बातों का विरोध और सही बातों का समर्थन तो कर सकते हैं ! विरोध और समर्थन के लिए जरूरी नहीं है की हर बार धरना, मार्च, प्रदर्शन आदि किया जाय, बल्कि सोशल मीडिया (फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्स ऐप, यू ट्यूब आदि) भी एक बेहद सशक्त माध्यम है, सही बात का समर्थन करने का और गलत बात की पोल खोल कर सच्चाई सबके सामने प्रकट करने का !

सोशल मीडिया की प्रचण्ड शक्ति को लोगों ने तब समझा जब इसने कुछ देशों के शक्तिशाली तानाशाहों के शासन से मुक्ति दिलाई तथा इसने हाल ही के भारत में हुए लोक सभा इलेक्शन में भी मोदी जी पर फर्जी लांछन लगाने के सारे प्रयास विफल करते हुए, मोदी जी को ऐतिहासिक विजय भी दिलाई ! अतः सोशल मीडिया एक बहुत ही बड़ा क्रांतिकारी व उपयोगी मंच भी है !

लेकिन ऐसे सज्जन जिनके लिए फेसबुक केवल हाय, हेलो, बॉय, गुड नाईट, शुभ रात्रि, शुभ प्रभात आदि सन्देश भेजने का जरिया मात्र है उनकी सज्जनता भी व्यर्थ और दूसरों का समय बर्बादी भर ही है ! ऐसे सज्जनों के अन्दर अगर जरा भी देश भक्ति हो तो उन्हें सोचना चाहिए कि इस तरह के व्यर्थ संदेशों से व्यर्थ लाइक्स इकटठी करने में अपने जीवन के कीमती क्षण बर्बाद करने के बजाय कुछ ऐसी पोस्ट शेयर करें जो हो सकता हो किसी सच्चाई को न्याय दिलाने में मदद कर सके या किसी झूठ का नाश कर सकने में मदद कर सके !

अगर अपना पेट भरा हो तो दूसरे के पेट की आग नहीं समझ में आती है इसलिए कुछ भी करके ऐसे सारे पापियों का पर्दाफाश करना हमारा परम धर्म ही है जिन्होंने पिछले कई सालों में देश को इतना चूसा की देश की 50 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे आ गई ! मरने के बाद भगवान् के दरबार में सिर्फ यही चीज मायने रखती है किसी ने समाज की भलाई के लिए कितने कष्ट सहे, बजाय इसके किसी ने अपने जीवन में कितनी मौज मस्ती अय्याशी की !

klj

वास्तव में हर एक देश भक्त को इस बात को कभी नहीं भूलना चाहिए की हमारा देश इतने साल गुलाम इसलिए रह गया क्योंकि सज्जनता और शराफत की पोशाक ने अधिकाँश लोगों को डरपोक बना दिया था ! जो पापी हैं उन्हें देशभक्ति नहीं सिर्फ अपनी तिजोरी भरने से मतलब है और जिनके अन्दर देश भक्ति है उनमें से अधिकाँश सज्जनता की आड़ में कमजोर बने बैठे हैं ! इसलिए अगर देश को बचाना है तो बिना किसी मान अपमान का भय किये हुए हर गलत बात का विरोध करना होगा और हर सही बात का समर्थन भी करना ही होगा !

कृपया हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे यूट्यूब चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे ट्विटर पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे ऐप (App) को इंस्टाल करने के लिए यहाँ क्लिक करें


डिस्क्लेमर (अस्वीकरण से संबन्धित आवश्यक सूचना)- विभिन्न स्रोतों व अनुभवों से प्राप्त यथासम्भव सही व उपयोगी जानकारियों के आधार पर लिखे गए विभिन्न लेखकों/एक्सपर्ट्स के निजी विचार ही “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि पर विभिन्न लेखों/कहानियों/कविताओं/पोस्ट्स/विडियोज़ आदि के तौर पर प्रकाशित हैं, लेकिन “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट, इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, दी गयी किसी भी तरह की जानकारी की सत्यता, प्रमाणिकता व उपयोगिता का किसी भी प्रकार से दावा, पुष्टि व समर्थन नहीं करतें हैं, इसलिए कृपया इन जानकारियों को किसी भी तरह से प्रयोग में लाने से पहले, प्रत्यक्ष रूप से मिलकर, उन सम्बन्धित जानकारियों के दूसरे एक्सपर्ट्स से भी परामर्श अवश्य ले लें, क्योंकि हर मानव की शारीरिक सरंचना व परिस्थितियां अलग - अलग हो सकतीं हैं ! अतः किसी को भी, “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और इससे जुड़े हुए किसी भी लेखक/एक्सपर्ट के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, प्राप्त हुई किसी भी प्रकार की जानकारी को प्रयोग में लाने से हुई, किसी भी तरह की हानि व समस्या के लिए “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट जिम्मेदार नहीं होंगे ! धन्यवाद !