(कृपया ध्यान दें- दिसम्बर 2019 से “यू. एन. ऍफ़. सी. सी. सी. नैरोबी वर्क प्रोग्राम” से एक पार्टनर के तौर पर जुड़ने वाला “स्वयं बनें गोपाल” समूह, वर्ष 2021 फरवरी माह से “यू. एन....
आप सभी आदरणीय पाठकों को प्रणाम, “संयुक्त राष्ट्र संघ” की संस्था यूनेस्को (UNESCO; www.unesco.org) ने 24 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2019 के बीच में पूरे विश्व में आयोजित होने वाले “ग्लोबल मीडिया एंड इनफार्मेशन...
आप सभी आदरणीय पाठकों को प्रणाम, जैसा कि विदित है कि “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान का “आर्गेनाइजेशनल प्रोफाइल” (Organizational Profile) संयुक्त राष्ट्र संघ के “आर्थिक एवं सामाजिक अफेयर्स के सिविल सोसाइटी सिस्टम” {United Nations...
आप सभी आदरणीय पाठकों को प्रणाम, “वाटर एक्शन हब” (Water Action Hub), संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations) द्वारा प्रायोजित एक ऐसा वैश्विक उपक्रम है जो जल की सुरक्षा से सम्बन्धित, प्रयासों का ऑन लाइन...
आप सभी आदरणीय पाठकों को प्रणाम, संयुक्त राष्ट्र संघ” (United Nations) द्वारा आगामी 5 जून 2019 को मनाये जाने वाले “विश्व पर्यावरण दिवस” के उपलक्ष्य में (जिसका आयोजन इस वर्ष चीन देश में हो...
आप सभी आदरणीय पाठकों को प्रणाम, “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान बड़े हर्ष से आपको सूचित कर रहा है कि “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान द्वारा निरंतर विश्व के सर्वोन्मुखी विकास के लिए चलाये जा रहे...
पूरे विश्व में स्थित “स्वयं बनें गोपाल” समूह के सभी आदरणीय पाठकों को “स्वयं बनें गोपाल” समूह का हार्दिक प्रणाम, दिनांक 31 October 2017 अर्थात हरि प्रबोधनी एकादशी के शुभ अवसर पर “स्वयं बनें...
जब “स्वदेश चेतना” जैसे बड़े मीडिया ग्रुप के प्रमुख सम्पादक श्री डॉक्टर किसलय उपाध्याय जैसे कुछ चन्द निष्पक्ष, निर्भीक व ईमानदार मीडियाकर्मी बार बार खुल कर बोल रहे थे कि पूर्व में हुए दिल्ली,...
(भारत में आजकल होने वाले इलेक्शन्स में, सर्वत्र दिखने वाले विचित्र माहौल, का जीवंत प्रस्तुतिकरण करते हुए, “स्वयं बनें गोपाल” समूह से जुड़े मूर्धन्य समाजशास्त्री)- इलेक्शन का टाइम जैसे जैसे नजदीक आ रहा है,...
पिछले कई सालों से कई सफेदपोश राजनैतिक पार्टियां जो वास्तव में भेड़ की खाल में छिपे भेड़ियों से भरी पड़ी हैं उनका यही ट्रेंड बार बार रहा है कि जब जब सत्ता मिले तब...
आज से दो साल पहले तक जो पश्चिमी देशों के शासन के कुछ लोग, भारतियों को अपने से काफी तुच्छ समझ कर, अपने चमचे पाकिस्तान की हर गलती पर भी, भारत को भी सुधरने...
अंग्रेजों के बहुत लंबे शासनकाल से सन 1947 तक भारत माँ को आजादी दिलाने के लिए कई देशभक्त क्रांतिकारियों ने हसंते हसंते अपनी जान गवाई थी और 1947 से अब तक भारत माँ की...
साल में एक बार गोपाल जी का जन्म महोत्सव खूब भव्य चकाचौंध के साथ से मना लेने से या घर पर कोई पंडित बुलाकर गलत सही मंत्रोच्चार वाली पूजा रोज करवाने से, आज तक...
वसुधैव कुटुम्बकम्, यही हमारी भारतीय सनातन धर्म की सदैव से परम्परा रही है और इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हमारे फौलादी प्रधानमन्त्री बलूचिस्तान के लोगों की पीड़ा का मुद्दा विश्व स्तर पर उठा...