अर्जुन एक बहुत शक्तिशाली और बहुउपयोगी पौधा है ! अर्जुन की लगभग 15 प्रजातिया पाई जाती है पर उनमे से एक ही संभवत: ह्रदय रोग के लिए फायदेमंद है ! अगर आपको शुद्ध अर्जुन...
वैसे तो उड़ीसा के पुरी मंदिर को कलियुग का साक्षात मोक्षदायिनी तीर्थ कहा गया है और जहा साक्षात जगन्नाथ भगवान कृष्ण विराजते हो उस स्थल पर अनगिनत दृश्य – अदृश्य आश्चर्य होंगे जिनके बारे...
बारिश के पानी का कोई चिकित्सकीय लाभ भी हो सकता है ऐसा बहुत से लोगो को बिलकुल नहीं पता। पर हां सावन के महीने की शुरू की चार पांच बारिश के पानी को छोड़कर,...
पांड़ु पुत्र युधिष्ठर के बारे में चर्चा करते ही लोग उनके जुए में सर्वस्व हारने की बात याद करते है पर ये भूल जाते है की युधिष्ठर जी से बड़ा धर्मात्मा त्यागी बलिदानी मानव,...
संत अपनी योग विभूतियों को जगजाहिर नहीं करते लेकिन जरुरत पड़ने पर कृपा करने से पीछे भी नहीं हटते। मिथिला के बनगाँव के श्री कारी खाँ ने स्वामी जी को दूध पीने के लिए...
हारमोन्स जन्य विचित्रताओं में कुछ आश्चर्य से भर देती हैं। आमस्टर-माइजे निवासी जान मिल्के 124 वर्ष तक जिये। उसने अन्तिम विवाह 80 वर्ष की आयु एक अठारह वर्षीय युवती से किया। इसके बाद उसके...
भारतवर्ष के उच्च स्तर के चिकित्सकों ने अध्ययन के दौरान उन्होंने देखा, कि जिन रोगियों ने लगातार पाँच वर्ष तक योगाभ्यास (Yoga practise) किया, उनमें से मात्र सात प्रतिशत को ही इस दौरान दूसरा...
– जो कार्य बड़े हथियार से नहीं किये जा सकते वो कार्य आदमी की प्रकृति परखकर करवाए जा सकते हैं। जैसे की अहंकारी के सामने हाथ जोड़ कर, मूर्ख के साथ उसको जैसी इच्छा...
मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने भी उस रामपथ को खोजने की शुरूआत की है जो अयोध्या से चित्रकूट होता हुआ दण्डकारण क्षेत्र से पंचवटी होते हुआ रामेश्वरम जाता है ! क्या भगवान श्री राम...
वाणी सामान्य अर्थों में वह कही जाती है जो जिह्वा से कही और कानों से सुनी जाये। इसका एक स्वरूप लेखन और वाचन भी हो सकता है। यह स्थूल वाणी है जो विचारों के...
(श्री विवेकानंद का भाषण सन 1893 में, अमेरिका के शिकागो में)- अमेरिका के बहनो और भाइयों, आपके इस स्नेहपूर्ण और जोरदार स्वागत से मेरा हृदय अपार हर्ष से भर गया है। मैं आपको दुनिया...
ध्यान की विभिन्न स्थितियों का अनुसंधान कर रहे वैज्ञानिकों ने पाया हैं कि ध्यान (dhyan) की अतल गहराई में प्रविष्ट होने पर साधक के शारीरिक एवं मानसिक क्रिया-कलापों में एकरसता- साम्यता आती है। ऐसी...
ब्रह्म मुद्रा (Brahma mudra) – – रीढ़ की हड्डी और गर्दन सीधी रखते हुए गर्दन को धीरे-धीरे दाईं ओर ले जाएं, कुछ देर रुकें और फिर गर्दन को सीधे बाईं ओर ले जाएं। फिर...
चाहे व्यक्ति भगवान की भक्ति में कड़ी मेहनत करें या हठ योग में कड़ी मेहनत करे या राज योग में, उसको कुछ दिन बाद अपने शरीर में धीरे – धीरे, अलग – अलग किस्म...
सदैव अचूक फल देने वाला सिद्धांत है कि, अगर आपको आपकी किसी बीमारी में आराम ना मिल रहा हो तो आप तुरन्त ऐसे गरीब लाचार लोगों (जो पैसे की कमी के वजह से अपना...