Monthly Archive: June 2015

आखिर क्यों कई शास्त्रज्ञ गौ को ही साक्षात कृष्ण मानते हैं ?

सारे भारत में कहीं भी चले जाइए और सारे तीर्थ स्थानों के देवस्थान देख आइए। आपको किसी मंदिर में केवल श्री विष्णु भगवान मिलेंगे, किसी मंदिर में श्री लक्ष्मी नारायण दो मिलेंगे। किसी में...

भारतीय काल गणना की विशेषता

बहुत से लोगो को ये गलत फहमी होती है कि भारतियों कि काल गणना त्रुटिपूर्ण होती हैं, या वे काल गणना में इतने अचूक नहीं होते जितने की पश्चिमी विद्वान जबकि भारतीय काल गणना...

सभी बीमारियो को दूर करने का बहुत लाभप्रद तरीका

यहाँ पर कुछ तार्किक बात की जा रही है जो, कुछ बेहद अनुभवी वैद्यो और उच्च कोटि के संतो की दयामयी कृपा से सुनने को मिली है। यह जानकारी है ऐसे तरीको के बारे...

आखिर क्यों नहीं करता प्राणायाम फायदा !

ऐसा कई बार देखा गया है की प्राणायाम (Pranayama) जैसी जबरदस्त फायदेमंद चीज को लोग कोसते फिरते है की उनको प्राणायाम करने के बाद उनकी बीमारी घटने के बजाय बढ़ गयी और साथ ही...

क्रन्तिकारी भाई राजीव दीक्षित के आयुर्वेदिक नुस्खे – 2

(भाई राजीव दीक्षित सही मायने में आधुनिक युग के निर्भीक कान्तिकारी थे जिन्होंने कानपुर आई आई टी से M. TECH और अन्य कई बड़े साइंस प्रोजेक्ट से जुड़ने के बावजूद अपना सुनहरा वर्तमान और...

जब सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकारा की करोड़ो की है हर एक गाय माता

क्रन्तिकारी राजीव भाई, अखिल भारतीय गौ सेवक संघ, अहिंसा आर्मी ट्रस्ट आदि जैसी संस्थाओ ने 1998 में सुप्रीम कोर्ट मे मुक़द्दमा किया गो हत्या के खिलाफ, क्योकि ऋषियों के इस पवित्र देश भारत में...

गायत्री मन्त्र की सत्य चमत्कारी घटनाये – 39 (सकाम से निष्काम साधना)

श्री पं. रामस्वरुप जी चाचोदिया, राठ का कहना है सामान्यतया मनुष्य तत्काल के लाभ को देखता है। तात्कालिक लोभ के लिए वह भविष्य की भारी हानि का खतरा भी उठाता है। इसके विपरीत यदि...

सर्वोत्तम आसन – ” हास्यासन “

वैसे तो हंसने-हंसाने (laugh, smile, humour) के लिए किसी बहाने की जरूरत नहीं होती लेकिन आपके ठहाकों (laughter) में छिपी खुशहाली आपकी सेहत (health) के लिए इतनी फायदेमंद है कि इसके फायदे जानने के बाद...

प्रचण्ड तेजस्वी सन्त – भाग 1

तैलंग स्वामी – ये बड़े उच्चकोटि के संत थे। वे 260 साल तक धरती पर रहे। रामकृष्ण परमहंस ने उनके काशी में दर्शन किये तो बोलेः “साक्षात् विश्वनाथ जी इनके शरीर में निवास करते...

श्री राम कथायें

धैर्यवान श्री राम – राम, रावण से युद्ध के लिए समुद्र के किनारे पर आ गए थे। सेना सहित समुद्र को पार करने पर विचार विमर्श चल रहा था। तभी विभीषण को छोड़कर राम...