Category: मन को दिव्य शान्ति और जीवन का मार्गदर्शन करने वाली पुण्यवर्धक मोक्षदायिनी धार्मिक कथायें

श्री शिव कथायें

शक्तिपीठ कथा – दक्ष प्रजापति की कई पुत्रियां थी। सभी पुत्रियां गुणवती थीं। फिर भी दक्ष के मन में संतोष नहीं था। वे चाहते थे उनके घर में एक ऐसी पुत्री का जन्म हो,...

पाण्डव कथायें

पांडवों वनवास कथा – बात पांडवों के वनवास की है। जुए में हारने के बाद पांडवों को बारह वर्ष का वनवास और एक साल का अज्ञातवास गुजारना था। वनवास के दौरान अर्जुन ने दानवों...

महाभारत कथायें

कर्ण कथा – महाभारत की शुरुआत में कर्ण के जन्म की कथा आती है। कर्ण की मां कुंती राजकुमारी थीं। एक दिन उनके राजमहल में महर्षि दुर्वासा आए। दुर्वासा अपने क्रोध और शापों के...

महाबली भीम का प्रचण्ड पराक्रम

बात पांडवो के अज्ञातवास की है जब पांडवो को अपनी पहचान छुपाकर मत्स्य नगर में रहना पड़ रहा था। वहा निवास करते हुये दस माह व्यतीत हो गये थे, सहसा एक दिन राजा विराट...

सृष्टि के कण कण में जिसका विलास है वही महा रास है, वही महा रास है

त्रिभुवन का स्वामी, भक्तों का दास है, वही महा रास है ! आत्मा परमात्मा के मिलन की जो रात है वही महा रास है, वही महा रास है ! शरद पूर्णिमा वही महान रात्रि...

माँ लक्ष्मी के वरद पुत्र श्री कुबेर धन दें तो अमृत के अविष्कार कर्ता श्री धन्वन्तरी रोग नाश करें

धन तेरस मौका है धन के राजा कुबेर के साथ स्वास्थ के देवता भगवान धन्वन्तरी का आशीर्वाद पाने का ! धन तेरस की पूजा शुभ मुहुर्त में करनी चाहिए ! सबसे पहले श्री कुबेर...

माता महालक्ष्मी का वरदान है कि, मै दीपावली की रात सात्विक परिवार पर बिना कृपा किये नही लौटूंगी

दीपावली केवल, गिफ्ट लेकर परचितों के घर जा जाकर हैप्पी दीवाली – हैप्पी दीवाली कहने की रात नहीं हैं ! केवल इसी सत्य को जानकर ही दीपावली के असली महत्व का पता लग जाता...

बस एक बार श्री सिद्धिदात्री का कृपा कटाक्ष, और तत्क्षण सर्व मनोरथ सिद्धि

इनकी आराधना से भक्त को 8 महा सिद्धियाँ – अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्रकाम्य, ईशित्व और वशित्व और 9 निधियों की प्राप्ति होती है ! नवदुर्गाओं में माँ सिद्धिदात्री अंतिम हैं ! सिद्धिदात्री...

महा मातृ भक्त, अथाह संपत्ति दाता श्री गणेश अनायास परम प्रसन्न हो जाते है अपनी माँ गौरी के भक्त से

महागौरी रूप में देवी ममतामयी और शांत दिखती हैं ! भगवान गणेश स्वयं माँ गौरी की संतान है अतः श्री गौरी आराधना से महा मंगल दायक, महा शुभकारी, महा सम्पति दाता श्री गणेश अनायास...

हर सांस से भयंकर ज्वाला निःसृत करने वाली माँ कालरात्रि प्रलय काल में पूरे ब्रह्माण्ड को अपने में ही समेट लेती है

मौत (काल) भी जिनसे डर कर थर थर कांपती है ऐसी है माँ कालरात्रि ! सिर के बाल खुले और बिखरे हुए हैं। इनकी कराल वाणी सुनकर भय से कितने पापियों की तुरन्त मृत्यु...

अगर पाप ना करे तो माँ कात्यायनी का भक्त पूरी दुनिया में अपराजित है

कत नामक एक प्रसिद्ध महर्षि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए थे। इन्होंने भगवती पराम्बा की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक बड़ी कठिन...

एक क्षण भी बहुत ज्यादा है प्रसन्न स्कंदमाता के लिए महा दरिद्र को महा धनी बनाने में

बच्चों को खुश करो तो माँ अपने आप गदगद हो जाती है ! बहुत ही आसान और सरल है माँ स्कन्द माता को खुश करना ! बस छोटे गरीब बच्चे जो जिंदगी की हर...

अपने पेट में अंडे के रूप में ब्रह्माण्ड को धारण करने वाली श्री कूष्मांडा

मातृ शक्ति श्री कूष्मांडा देवी का ध्यान एक गर्भवती स्त्री के रूप में किया गया है ! अपने उदर (पेट) से अंड अर्थात् ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्मांडा देवी के नाम...

देवी चंद्रघंटा के घंटे की ध्वनि से प्रेत पिशाच भूत राक्षसों में खलबली मच जाती है

माँ चन्द्र घंटा की आराधना से समाज में रुतबा बढ़ता है ! इनका भक्त जहाँ भी जाता है उसे विशेष सम्मान मिलता है ! देवी चन्द्रघंटा के घंटे की आवाज जहाँ भक्तों को परम...

3000 सालों तक सिर्फ पेड़ की सूखी पत्तियां खाकर की घोर तपस्या माँ ब्रह्मचारिणी ने

श्री दुर्गा के परम तेजस्वी ब्रह्मचारिणी रूप के पूजन का है नवरात्रि का दूसरा दिन ! अपनी सारी इच्छाओं का दमन करके अत्यंत कठिन तप करने की वजह से माँ पार्वती का नाम ब्रह्मचारिणी...

प्रथमं शैलपुत्रीं

मातृ शक्ति दुर्गा को सर्वप्रथम शैलपुत्री के रूप में पूजा जाता है। पहाड़ों के राजा हिमालय के यहाँ पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण उनका नामकरण हुआ शैलपुत्री। इनका वाहन वृषभ है,...